प्रेरणा कथाएं: भाग एक
By Raja Sharma
2.5/5
()
About this ebook
मौखिक कथा वाचन लगभग विश्व के हर राष्ट्र में सदियों से चलता आया है और प्राचीन धार्मिक, नैतिक, और मौलिक कथायें लगभग हर समाज में प्रेरणा के स्रोत के रूप में रही हैं।
इस संकलन में प्रस्तुत कथायें भारतीय समाज के अलग अलग समय और वर्गों से ली गयी हैं और प्रत्येक कथा साहित्य का एक अनमोल रत्न है ।
प्रेरणा कथाएं: भाग एक
Copyright
भूमिका
दो हीरे
लगन का फल
अच्छी बुरी बातें
अच्छी बुरी संगत
अधिकारों का दुरुपयोग
अन्धविश्वास का प्रारम्भ
अपना अपना स्वार्थ
अपना जीवन बनाएँ
अपनी कीमत पहचानिये
अपनी धुन में रह्ता हूँ
अपने रूप से सन्तुष्ट रहो
अवसर को पहचानो
ऊंची सोच
एक घन्टे की कीमत
एक दूसरे का सहारा बनिए
कर्तव्य को प्रधान मानो
कर्म प्रधान मानो
कल करे सो आज कर
क्रोध को जीतो
चिड़िया और बन्दर
Raja Sharma
Raja Sharma is a retired college lecturer.He has taught English Literature to University students for more than two decades.His students are scattered all over the world, and it is noticeable that he is in contact with more than ninety thousand of his students.
Read more from Raja Sharma
सार्थक Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsद मिल ऑन द फ़्लॉस (सारांश और आलोचनात्मक विश्लेषण हिंदी में) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsपंखुड़ी गुलाब की (सुन्दर उपन्यास) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsरेगिस्तानी वर्षा: प्यार का मोती Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsशुक्रिया आपका (लघु उपन्यास) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsवह बेदाग थी Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsउदारता की पटरियाँ (लघु उपन्यास) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsरिश्ता मेरी शर्तों पर Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Related to प्रेरणा कथाएं
Titles in the series (100)
प्रेरणा कथाएं: भाग एक Rating: 3 out of 5 stars3/5बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (4) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsप्रेरणा कथाएं: भाग दो Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्य सरिता: प्रथम भाग Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsपूरब और पश्चिम Rating: 5 out of 5 stars5/5Inspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part Three) Rating: 5 out of 5 stars5/5Inspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part One) Rating: 1 out of 5 stars1/5कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 13) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्य सरिता: द्वितीय भाग Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsगरीब का नव वर्ष Rating: 1 out of 5 stars1/5ओस की एक बूँद Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsInspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part Two) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsआज की दुनिया: काव्य संग्रह Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (3) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsएक भीगी साँझ Rating: 5 out of 5 stars5/5कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (2) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 3) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsThe Journey Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5) Rating: 5 out of 5 stars5/5कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 14) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 21) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsहाइकू (Haiku) Rating: 3 out of 5 stars3/5बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (1) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 4) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 12) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 11) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsRandom Musings for College Students: Part One Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsदिल से ग़ज़ल तक Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 8) Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Related ebooks
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (1) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsInspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part One) Rating: 1 out of 5 stars1/5Ramakrishna Paramahansa - (रामकृष्ण परमहंस) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsMansarovar - Part 5-8 (Hindi) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsPAURANIK KAHANIYAN Rating: 5 out of 5 stars5/5अगस्त्य: Maharshis of Ancient India (Hindi) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsMahabharat Ke Amar Patra : Pitamah Bhishma - (महाभारत के अमर पात्र : पितामह भीष्म) Rating: 5 out of 5 stars5/5Veer Abhimanyu (वीर अभिमन्यु) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsChalo Fir Kabhi Sahi (चलो फिर कभी सही) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsKayakalp Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsKankaal (Hindi) Rating: 1 out of 5 stars1/5Rajrishi Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 33) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsSeva Sadan - (सेवासदन) Rating: 0 out of 5 stars0 ratings21 Shreshth Lok Kathayein : Himachal Pradesh (21 श्रेष्ठ लोक कथाएं : हिमाचल प्रदेश) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsKahaniya Bolti Hai Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsRamayan Ke Amar Patra : Mahasati Sita - रामायण के अमर पात्र : महासती सीता: Mythology Novel, Fiction Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsAnandmath - (आनन्दमठ) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअष्ट योगी Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमहत्वपूर्ण चीज़ों को ऊपर रखना Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsजीवन की सात प्राथमिकताएं Rating: 5 out of 5 stars5/5Aatamvishwas Safalta Ka Aadhar - (आत्मविश्वास सफलता का आधार) Rating: 3 out of 5 stars3/5Out from the Heart (दिल से निकले उद्गार : Dil Se Nikle Udgaar) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsवसिष्ठ: Maharshis of Ancient India (Hindi) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबौद्ध मत और हिंदू धर्म (एक तुलनात्मक अध्ययन) - 2020 Rating: 5 out of 5 stars5/5आकर्षण का सिद्धांत: MIRACULOUS POWERS OF SUBCONSCIOUS MIND, #1 Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsSangharsh Se Sikhar Tak: संघर्ष से शिखर तक Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsAs a Man Thinketh (मनुष्य जैसा सोचता है : Manushya jaisa sochta hai) Rating: 5 out of 5 stars5/5Stress Management Rajal Neeti : Chintamukt Rahein, Khush Rahein (स्ट्रेस मैनेजमेंट राजल नीति : "चिंतामुक्त रहें, खुश रहें") Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Reviews for प्रेरणा कथाएं
3 ratings0 reviews
Book preview
प्रेरणा कथाएं - Raja Sharma
प्रेरणा कथाएं: भाग एक
राजा शर्मा
Copyright
Prerna Kathayein: Bhag Ek
Raja Sharma
Copyright@2013 Raja Sharma
Smashwords Edition
All rights reserved
भूमिका
मौखिक कथा वाचन लगभग विश्व के हर राष्ट्र में सदियों से चलता आया है और प्राचीन धार्मिक, नैतिक, और मौलिक कथायें लगभग हर समाज में प्रेरणा के स्रोत के रूप में रही हैं।
इस संकलन में प्रस्तुत कथायें भारतीय समाज के अलग अलग समय और वर्गों से ली गयी हैं और प्रत्येक कथा साहित्य का एक अनमोल रत्न है ।
दो हीरे
यहूदी पुजारी को रब्बाई कहते हैं . एक शहर में एक रब्बाई अपनी गुणी पत्नी और दो सुन्दर बच्चों के साथ रहता था. एक बार उसे किसी काम से बहुत दिनों के लिए शहर से बाहर जाना पड़ा.
दुर्भाग्यवश जब रब्बाई अपने घर से दूर था तब एक प्राकृतिक दुर्घटना में उसके दोनों पुत्र मारे गये.
पत्नी घर में अकेली हो गयी. ऐसी दुःख की घड़ी में रब्बाई की पत्नी ने खुद को बड़ी मुश्किल से संभाला. वह बहुत हिम्मती थी और ईश्वर में उसकी आस्था अटूट थी. लेकिन उसे यह चिंता थी कि रब्बाई के लौटने पर वह उसे यह दुखद समाचार किस प्रकार देगी. रब्बाई स्वयं बहुत आस्थावान व्यक्ति था लेकिन वह दिल का मरीज़ था और पहले अस्पताल में भी भर्ती रह चुका था. पत्नी को यह आशंका थी कि वह यह सदमा नहीं झेल पायेगा.
पति के आगमन की पूर्व संध्या को उसने दृढ़तापूर्वक प्रार्थना की और शायद उसे अपनी समस्या का कोई समाधान मिल गया.
अगली सुबह रब्बाई घर पहुँच गया. बड़े दिनों के बाद घर वापसी पर वह पत्नी से गर्मजोशी से मिला और लड़कों के बारे में पूछा.
पत्नी ने कहा, आप उनकी चिंता बिल्कुल मत कीजिये. आप नहा-धोकर आराम करिए
.
कुछ समय के पश्चात वे भोजन करने के लिए बैठे. पत्नी ने उससे यात्रा के बारे में पूछा. रब्बाई ने उसे इस बीच घटी बातों की जानकारी दी और कहा कि ईश्वर की दया से सब ठीक हुआ. फिर उसने बच्चों के बारे में पूछा.
पत्नी कुछ असहज तो थी ही, फिर भी उसने कहा, उनके बारे में सोचकर परेशान मत होइए. हम उनकी बात बाद में करेंगे. मैं इस वक़्त किसी और उलझन में हूँ, आप मुझे उसका उपाय बताइए
.
रब्बाई अब तक ये समझ चुका था कि कोई-न-कोई बात ज़रूर थी. उसने पूछा, क्या हुआ? कोई बात तो है जो तुम्हें भीतर-ही-भीतर खाए जा रही है. मुझे बेखटके सब कुछ सच-सच बता दो और हम साथ बैठकर ईश्वर की मदद से उसका हल ज़रूर निकाल लेंगे
.
पत्नी ने धीरे से कहा, "आप जब बाहर थे तब हमारे एक मित्र ने मुझे दो बेशकीमती हीरे ध्यान से सहेजकर रखने के लिए दिए. वे वाकई बहुत कीमती और नायाब हीरे हैं! मैंने उन जैसी अनूठी चीज़ और कहीं नहीं देखी है. अब वह उन्हें लेने के लिए आनेवाला है और मैं