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ऐ गौथिक क्रिसमस ऐन्जल (हिन्दी भाषा - Hindi Language Edition)
ऐ गौथिक क्रिसमस ऐन्जल (हिन्दी भाषा - Hindi Language Edition)
ऐ गौथिक क्रिसमस ऐन्जल (हिन्दी भाषा - Hindi Language Edition)
Ebook253 pages2 hours

ऐ गौथिक क्रिसमस ऐन्जल (हिन्दी भाषा - Hindi Language Edition)

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About this ebook

*~* शब्दों के सर्वश्रेष्ठ ई-महोत्सव 2014 के स्वतंत्र ई-पुस्तक पुरस्कार प्रतियोगिता की विजेता -सर्वश्रेष्ठ उपन्यास *~*

क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अपने प्रेमी द्वारा छोड़े जाने पर केसेंडरा बरूश व्यथित हो कर अपनी गाड़ी से निकलती है जो अनजाने में दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है और उसकी मृत्यु हो जाती है। बौखलाई केसी का सामना एक आकर्षक से फरिश्ते से होता है जो उसे एहसास दिलाता है कि मृत्यु किसी समस्या का समाधान नहीं होती, और जिंदगी को पूर्ण रूप से जीने के गूढ़ रहस्यों को बताता है।
यह एक आधुनिक कल्पित कहानी है, जो जिंदगी के कड़वे सच को उजागर करती है। आर्थिक तंगी, पारिवारिक मनमुटाव, रिश्तों में अपेक्षाएं और उनसे जुड़ी निराशा, मनुष्य जीवन के सारे पहलुओं को बखूबी छूती हुई एक आशा का संचार करती है।

"बहुत चंद किताबों से मेरी आंखों में आंसू आए हैं लेकिन इस किताब ने बहुत ही श्रेष्ठ तरीके से ऐसा किया है। इसमें एक संदेश निहित है, जो हास्य और गरिमा के साथ वर्णित है। अद्भुत!" पाठक समीक्षा

"उसने मुझे सहानुभूति रखने के लिए प्रेरित किया, और उसने मुझे रुलाया। और मैं अंत के लिए बहुत, बहुत शुक्रगुजार हूँ।" पाठक समीक्षा

"एक ऐसी किताब जिसने मुझे इस तरह से प्रभावित किया जैसे कभी किसी किताब ने नहीं किया।” पाठक समीक्षा

"एक बार फिर से एना ने स्वर्ण शब्द संजोए हैं।" पाठक समीक्षा

"अगर मेरे वश में हो तो इस किताब को मैं अनंत सितारों से तारांकित करूँ, इस कहानी ने मुझे सिहरा दिया।” पाठक समीक्षा

Languageहिन्दी
Release dateAug 9, 2016
ISBN9781943036103
ऐ गौथिक क्रिसमस ऐन्जल (हिन्दी भाषा - Hindi Language Edition)
Author

Anna Erishkigal

Anna Erishkigal is an attorney who writes fantasy fiction under a pen-name so her colleagues don't question whether her legal pleadings are fantasy fiction as well. Much of law, it turns out, -is- fantasy fiction. Lawyers just prefer to call it 'zealously representing your client.'.Seeing the dark underbelly of life makes for some interesting fictional characters. The kind you either want to incarcerate, or run home and write about. In fiction, you can fudge facts without worrying too much about the truth. In legal pleadings, if your client lies to you, you look stupid in front of the judge..At least in fiction, if a character becomes troublesome, you can always kill them off.

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    ऐ गौथिक क्रिसमस ऐन्जल (हिन्दी भाषा - Hindi Language Edition) - Anna Erishkigal

    पिछला कवर विवरण

    *~* शब्दों के सर्वश्रेष्ठ ई-महोत्सव 2014 के स्वतंत्र ई-पुस्तक पुरस्कार प्रतियोगिता की विजेता -सर्वश्रेष्ठ उपन्यास *~*

    क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अपने प्रेमी द्वारा छोड़े जाने पर केसेंडरा बरूश व्यथित हो कर अपनी गाड़ी से निकलती है जो अनजाने में दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है और उसकी मृत्यु हो जाती है। बौखलाई केसी का सामना एक आकर्षक से फरिश्ते से होता है जो उसे एहसास दिलाता है कि मृत्यु किसी समस्या का समाधान नहीं होती, और जिंदगी को पूर्ण रूप से जीने के गूढ़ रहस्यों को बताता है।

    यह एक आधुनिक कल्पित कहानी है, जो जिंदगी के कड़वे सच को उजागर करती है। आर्थिक तंगी, पारिवारिक मनमुटाव, रिश्तों में अपेक्षाएं और उनसे जुड़ी निराशा, मनुष्य जीवन के सारे पहलुओं को बखूबी छूती हुई एक आशा का संचार करती है।

    बहुत चंद किताबों से मेरी आंखों में आंसू आए हैं लेकिन इस किताब ने बहुत ही श्रेष्ठ तरीके से ऐसा किया है। इसमें एक संदेश निहित है, जो हास्य और गरिमा के साथ वर्णित है। अद्भुत! पाठक समीक्षा

    उसने मुझे सहानुभूति रखने के लिए प्रेरित किया, और उसने मुझे रुलाया। और मैं अंत के लिए बहुत, बहुत शुक्रगुजार हूँ। पाठक समीक्षा

    एक ऐसी किताब जिसने मुझे इस तरह से प्रभावित किया जैसे कभी किसी किताब ने नहीं किया। पाठक समीक्षा

    एक बार फिर से एना ने स्वर्ण शब्द संजोए हैं। पाठक समीक्षा

    अगर मेरे वश में हो तो इस किताब को मैं अनंत सितारों से तारांकित करूँ, इस कहानी ने मुझे सिहरा दिया। पाठक समीक्षा

    ऐ गौथिक

    क्रिसमस ऐन्जल

    (ए चिलड्न औफ फौलेन नोवेला)

    हिन्दी भाषा

    Hindi Language Edition

    लेखिका

    एना एरिशकिगल

    हिंदी अनुवाद

    अंतरा श्रुति श्रीवास्तव

    Copyright 2016, 2013 – Anna Erishkigal

    All Rights Reserved

    समर्पित

    मैं इस किताब को उन्हें समर्पित करती हूँ जिनका वाकई कभी दिन खराब रहा हो। वो बेहतर हो जाएगा। वाकई। ऐसा होगा। दिल से।

    एना एरिशकिगल

    आभार

    I would like to thank the people without whom the Hindi Language Edition of A Gothic Christmas Angel would not exist:

    To Antra Srivastava, artist, writer and translator, whose hard work enabled me to bring the Hindi Language Edition into existence.

    To Kannu Kanwaljeet, artist and friend, who helped me navigate language difficulties and make important connections inside India.

    To Cashmere and the lovely ladies of The Artists's Way and Kick My @$$ And Make Me Create artist support groups - who helped me work past a rip-roaring case of writer's block.

    To the ladies at the Women of the World social justice group, who made me fall in love with your beautiful country.

    To Ritesh Kala, who spent many hours patiently helping me resolve some frustrating technical issues when formatting the Hindi Language ebook edition.

    And to Julian at Jutoh for doing the same.

    And last but not least, to Mark Williams, Amar Vyas, and the authors at International Indie Author community who keep challenging me to get out of my comfort zone and embrace the larger world.

    विषय - सूची

    पिछला कवर विवरण समर्पित

    समर्पित

    आभार

    विषय - सूची

    पहला अध्याय

    दूसरा अध्याय

    तीसरा अध्याय

    चौथा अध्याय

    पाँचवाँ अध्याय

    छठा अध्याय

    सातवाँ अध्याय

    आठवाँ अध्याय

    नवां अध्याय

    दसवाँ अध्याय

    ग्यारहवां अध्याय

    बारहवॉ अध्याय

    तेरहवॉ अध्याय

    वास्तविक-दुनिया का प्रधान फरिश्ता जेरमियल

    मेरे पाठकों के समूह में शामिल हों

    आपके समय का एक पल, कृपया...

    लेखिका के बारे में

    अनुवादक का परिचय

    लेखिका की अन्य किताबें

    कॉपीराइट पृष्ठ

    पहला अध्याय

    मां मेरे पास अभी एक ग्राहक है, केसेंडरा बरूश ने कहा मुझे जाना होगा। उसने अपने दूसरे कान में उँगली डाल रखी थी ताकि मोबाइल के खराब नेटवर्क के बीच अपनी माँ का रिरियाना सुन सके।

    लेकिन ये क्रिसमस की पूर्व संध्या है केसी! उसकी मां ने विचलित हो के कहा। तुम्हें अपने परिवार के साथ होना चाहिए, न कि उस तरह के लड़के के साथ जो तुम्हारे साथ वैसा ही करे जैसे तुम्हारे पिता ने मेरे साथ किया।"

    केसी ने अपने आई फोन को अपने कान से अलग हटा कर नफरत की नज़रों से देखा। अभी रात के खाने का वक्त भी नहीं हुआ था और एैसा लग रहा था मानो उसकी मां ने जैक डैनियल व्हिस्की चढ़ा रखी थी। कॉफी के इंतजार में खड़े नौ लोगों की मोटी कतार बन चुकी थी और हर एक व्यक्ति उसे शैतान की तरह घूरता लग रहा था,क्योंकि बजाय उनके ऑडर लेने के वो लगातार फोन पर बात करने में लगी थी।

    माँ...माँ...सुनो मेरी बात! बौखलाते हुए केसी ने अपने बेकार से बरिस्ता के सहकर्मी एज़रा को इशारा किया सच, मैं अपनी नौकरी खोने वाली हूँ अगर एक भी और बार मेरे काम के दौरान तुमने फोन किया।

    तो तुम उस लड़के को चुन रही हो अपनी माँ के बजाए? सिसकती हुई उसकी मां ने कहा। उन सब के बावजूद कि मैंने त्याग किया जब तुम्हारे पिता ने हमें छोड़ा?

    उसकी मां की आवाज लगातार भिनभिनाती रही, वही, थकी पुरानी पश्चाताप यात्रा, सिर्फ आज स्टेरौयड की वजह से उतेजित थी क्योंकि उसकी मां को अभी उसके पिता का फोन आया था।

    केसी ने फोन के रिसीवर के उपर हाथ रख कर कतार में खड़े अगले ग्राहक से आँख मिलाने की कोशिश की, एक लंबा, पिचके से चेहरे वाला व्यक्ति जिसने एक ढीला स्लेटी धारीदार सूट और लाल बो टाई पहन रखी थी। धारीदार सूट वाले व्यक्ति ने वापस उसकी तरफ नहीं देखा, बल्कि अपनी घड़ी को देखा, उसकी उँगलियाँ सेकंडो को गिनते घूम रही थी।

    मैं अभी आपके साथ होऊंगी, सर।

    मैं इस कतार में ग्यारह मिनटों से खड़ा हूँ, उस व्यक्ति ने बिना नजरें मिलाए कहा, और उन पूरे ग्यारह मिनटों से तुम फोन पर हो।"

    मुझे माफ कीजिए, सर। केसी ने फोन को अपने हरे बरिस्ता एपरन पर दबाया ताकि वह व्यक्ति उसकी मां के तीव्र गरम होते नाटकीय दौरे को न सुन सके। यह एक तरह से पारिवारिक आपात काल है।

    क्या किसी को तुम्हारी जरूरत है उसके लिए एंबुलेंस बुलाने के लिए? वह व्यक्ति आगे की ओर झुका और अपनी उँगली उसके चेहरे की ओर निकाला।

    न-नहीं, सर। केसी ने नीचे अपने डौक मार्टिन की तरफ देखा। वो बस... मेरे पिता...

    और तुमने क्या किया अपनी माँ के साथ, सयानी लड़की, जो उन्हें इस बुरी तरह निराश किया? धारीदार सूट वाले व्यक्ति ने फोन के तरफ इशारा किया जहाँ से उसकी माँ की उच्च स्वर की ग्लानि यात्रा केसी के कपड़ों के बीच से भी छन के आ रही थी।

    केसी ने अपने बरिस्ता सहकर्मी को बेबस नजरों से देखा | छह फीट तीन की कद काठी वाला जो कि स्पैगिटी की एक लड़ी को भी मोटा दिखा दे, ऐज़रा बड़ी कुशलता के साथ एक हाथ से एक सोया लाटे और दूसरे हाथ से स्टीम वाले दूध को मिलाते हुए बिल्कुल ही अलग ग्राहक को दे रहा था। उसने उसे सहानुभूतिपूर्ण मुस्कुराहट दिया, लेकिन उसके दोनों हाथ व्यस्त थे, तो कोई मदद न कर सका।

    आई फोन कडकडाया उसके मफिन टॉप के बीच से उसने स्पीकर दबा दिया था जो कि उसके गहरे कट के लिपसर्विस के चिपके पैन्ट के कमरबंद के उपर से झांक रहा था।

    आखिर इतना कुछ मैंने कुरबान किया है तुम लोगों के लिए और इस तरह से तुम मुझे अदा करोगी? उसकी माँ आई फोन से चीखी। किसी एक दिन तुम घर आओगी और दिल टूटने के कारण मुझे मरी हुई पाओगी।

    केसी ने त्यौंरी चढ़ाईं, विचार विमर्श करते हुए कि आई फोन को स्मूदी के ब्लेंडर में फेंक दे या अपनी माँ को खुश करे इस उम्मीद में कि शायद ये दूसरा बड़ा कोलाहल टाल दे। उसकी माँ की चीखें इतनी तीव्र होतीं जा रही थी कि वहाँ कतार में खड़े सारे नौ लोग उसके कहे हर शब्द को सुन रहे थे। वे एक दूसरे की ओर देख रहे थे, एक व्यक्तिगत बातचीत को सुनने की मजबूरी में शर्मिन्दा थे। कतार में पीछे खड़े एक व्यक्ति ने हवा में हाथ फेंका और चला गया।

    मैं सोचता हूँ कि मैं आपके मैनेजर से बात करना चाहूँगा, धारीदार सूट वाले व्यक्ति ने कहा। उसने अपनी घड़ी के तरफ नजर मारा। ये हुए बारह मिनट और तीस सेकंड

    केसी ने झटके से फोन वापस अपने कान पर लगाया।

    माँ! केसी ने झिड़का। मैं अभी इस बारे में बात नहीं कर सकती | मैं कल दोपहर किसी समय तुमसे मिलूँगी।" उसने फोन रख दिया और थोड़ी देर तक उसे मूक करने के लिए देखा | जैसे उसने किया उसने झट से तिरछी नजर से देखना चाहा कि कहीं कोई संदेश तो नहीं चूक गए। वहाँ कुछ भी नहीं था | मौरिशियो ने अभी तक वापस कॉल नहीं किया था |

    उसने आई फोन को अपने पाकेट में सरकाया और बनावटी तरीके से चेहरा बनाते हुए, ताकि वो मुस्कुराहट के थोड़ा करीब आ सके, उसकी ठंडी नीली आँखें सुस्पष्ट थीं, काले मोटे आई लाईनर से,जिसे वो अपने ऊपर लोकप्रिय बड़ी आँखें दिखने के लिए इस्तेमाल करती थी।

    ठीक छुट्टियों पर जाने के परेशानी के समय मैनेजर ने केसी से उसके रवैये के बारे में बात की थी कि क्या वह इस नौकरी को रखना चाहती है। आगे से कोई जांघों तक ऊँचे सेना वाले बूट्स जिसमें एक इंच से ज्यादा मोटी एडी हो नहीं चलेगी। कोई कटी जीन्स जिसमें खोपड़ी चित्रित हो नहीं चलेगी। सिर से पैर तक काले कपड़े में काम पर मत आना। कोई अंगूठी या ज्यादा आभूषण नहीं। कानों में दो कान की बालियों के अलावा कुछ भी न जड़ा हो और नाक में कुछ भी न छिदा हो सिवाय एक नथुनी के। उन टैटू को ढक के रखो। स्याह काले बाल ठीक हैं लेकिन उन्हें सलीके से पीछे की तरफ पोनीटेल बनाकर बाँधना है और कोई भी प्रबल कृत्रिम रंग नहीं। सादी टी शर्ट जिस पर कोई गौथ रौक (असभ्य धमाल) बैंड का प्रतीक चिन्ह न हो जैसे एलियन सेक्स फीयेंड। छीं: ! यह सब वैसी नौकरी के लिए जो सिर्फ न्यूनतम वेतन दे?

    मैं बहुत शर्मिंदा हूँ, सर। केसी ने नाटकीयता के साथ धारीदार व्यक्ति से अच्छे बनने की कोशिश की। मैं आपके लिए क्या ला सकती हूँ?

    ‘अपना देखो…’उसने चुपचाप से मन में सोचा।

    मैंने तुम्हारे मैनेजर से बात करने के लिए कहा है, धारीदार सूट वाले व्यक्ति ने अपनी घड़ी थपथपाई, और जब तक मेरी बात न हो जाए मैं नहीं जाऊँगा। ये हुए तेरह मिनट और आठ सेकंड।

    वो आज यहाँ नहीं हैं। केसी ने कहा। आज हमारे यहाँ कर्मचारियों की कमी है क्योंकि हमारे कुछ लोग क्रिसमस के लिए चले गए हैं।

    और तो ये मैनेजर ने हमें धोखा दिया पूरे सप्ताह और फिर दो लोगों ने काम छोड़ दिया इस सुबह। कमीने

    जब मैं तुम्हारी उम्र का था, धारीदार सूट वाले व्यक्ति ने उसके चेहरे के सामने उँगली हिलाते हुए कहा, हमें गर्व था अपने आप पर क्योंकि किसी भी गृाहक को तीन मिनट से ज्यादा समय बिताने की जरूरत नहीं पड़ती थी, जिस क्षण वे दरवाजे के अंदर चल कर आते और उस समय तक जब तक उनके हाथ में कॉफी का कप नहीं दे दिया जाता था। तीन मिनट न कि तेरह! और यकीनन हमें फोन पर बात करने की अनुमति नहीं थी!"

    केसी ने खुद को रोका उसे तीव्र इच्छा थी उस धारीदार व्यक्ति से पूछने की क्या उसे भी तीन मील चल कर पहाड़ी पर बरफीली तूफान से गुजर कर काम पर आना पड़ता था और तभी उसके पीछे कतार में खड़ी एक महिला से नजरें मिली जो बेसब्री से इंतजार कर रही थी।

    मैं आपकी कैसे मदद कर सकतीं हूँ, मैम?

    धारीदार व्यक्ति ने झपटकर लपेटे हुए बिस्कुट को काउंटर से उठाया और पुलिस वाले की छ्ड़ी के जैसे उसके तरफ हिलायाl मेरी बात अभी खत्म नहीं हुई है तुमसे, सयानी लड़की!

    हाँ आप हैंI केसी ने अपनी ठंडी नीली आँखें घुमाई। उसने दाईं तरफ उसके पीछे कतार में खड़े अगले व्यक्ति के तरफ देखा, एक अधेड़ उम्र की महिला जो

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