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कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1)
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1)
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1)
Ebook105 pages49 minutes

कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1)

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About this ebook

विश्व के प्रत्येक समाज में एक पीढ़ी द्वारा नयी पीढ़ी को कथाएं कहानियां सुनाने की प्रथा कई युगों से चलती चली आ रही है. प्रारंभिक कथाएं बोलकर ही सुनायी जाती थी क्योंकि उस समय लिखाई छपाई का विकास नहीं हुआ था. जैसे जैसे समय बीतता गया और किताबें छपने लगी, बहुत सी पुरानी कथाओं ने नया जीवन प्राप्त किया.

इस पुस्तक में हम आपके लिए 25 प्रेरणा कथाएं लेकर आये हैं. यह इस श्रंखला की पहली पुस्तक है. हर कथा में एक ना एक सन्देश है और इन कथाओं में युवा पाठकों, विशेषकर बच्चों, के दिमाग में सुन्दर विचार स्थापित करने की क्षमता है. ये पुस्तक आपको निराश नहीं करेगी क्योंकि ये कहानियां दुनिया के विभिन्न देशों और समाजों से ली गयी हैं.

कहानियां बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत की गयी हैं. आप अपने बच्चों को ऐसी कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करके उनपर बहुत उपकार करेंगे. आइये मिलकर कथाओं की इस परम्परा को आगे बढ़ाएं.

बहुत धन्यवाद

राजा शर्मा

Languageहिन्दी
PublisherRaja Sharma
Release dateFeb 25, 2018
ISBN9781370593910
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1)
Author

Raja Sharma

Raja Sharma is a retired college lecturer.He has taught English Literature to University students for more than two decades.His students are scattered all over the world, and it is noticeable that he is in contact with more than ninety thousand of his students.

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    कथा सागर - Raja Sharma

    राजा शर्मा

    www.smashwords.com

    Copyright

    कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1)

    राजा शर्मा

    Copyright@2018 राजा शर्मा

    Smashwords Edition

    All rights reserved

    कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1)

    Copyright

    दो शब्द

    अवसर तो हैं Avsar to Hain

    छोटी छोटी बातें Choti Choti Batein

    आदत Aadat

    थोड़ा वापिस दे दो Thoda Vapis De Do

    टिक टिक टिक टिक Tik, Tik, Tik, Tik

    अपनी अपनी नज़र Apni Apni Nazar

    कचरे की गाडी Kachre Ki Gadi

    दिल और कार का इंजन Dil Aur Car Ka Engine

    तैयारी ज़रूरी है Taiyaari Zaroori Hai

    खुद को बड़ा कर लो Khud Ko Bada Kar Lo

    दुःख को भूलो Dukh Ko Bhulo

    अपना अपना काम Apna Apna Kaam

    सदुपयोग की कला Sadupayog Ki Kala

    पहले स्वयं को देखिये Pahle Swayam Ko Dekhiye

    अपनी प्रतिभा को जानिये Apni Pratibha Ko Jaaniye

    थोड़ा सा प्यार Thoda Sa Pyaar

    प्यार दो प्यार लो Pyaar Do Pyaar Lo

    कोई तो कर ही देगा Koi to Kar Hi Dega

    ज़रूर सोंचना चाहिये Zaroor Sochna Chahiye

    बिना हाथों वाली शेफ (सत्य कथा) Bina Hathon Waali Chef

    सही कीमत Sahi Keemat

    प्रेमभाव Prembhav

    सही गलत दिशा Sahi Galat Disha

    अहंकार झुकता है Ahankaar Jhukta Hai

    दो शब्द

    विश्व के प्रत्येक समाज में एक पीढ़ी द्वारा नयी पीढ़ी को कथाएं कहानियां सुनाने की प्रथा कई युगों से चलती चली आ रही है. प्रारंभिक कथाएं बोलकर ही सुनायी जाती थी क्योंकि उस समय लिखाई छपाई का विकास नहीं हुआ था. जैसे जैसे समय बीतता गया और किताबें छपने लगी, बहुत सी पुरानी कथाओं ने नया जीवन प्राप्त किया.

    इस पुस्तक में हम आपके लिए 25 प्रेरणा कथाएं लेकर आये हैं. यह इस श्रंखला की पहली पुस्तक है. हर कथा में एक ना एक सन्देश है और इन कथाओं में युवा पाठकों, विशेषकर बच्चों, के दिमाग में सुन्दर विचार स्थापित करने की क्षमता है. ये पुस्तक आपको निराश नहीं करेगी क्योंकि ये कहानियां दुनिया के विभिन्न देशों और समाजों से ली गयी हैं.

    कहानियां बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत की गयी हैं. आप अपने बच्चों को ऐसी कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करके उनपर बहुत उपकार करेंगे. आइये मिलकर कथाओं की इस परम्परा को आगे बढ़ाएं.

    बहुत धन्यवाद

    राजा शर्मा

    अवसर तो हैं Avsar to Hain

    एक शहर में चित्रों की एक बहुत ही सुन्दर दुकान थी. एक दिन सुबह सुबह एक ग्राहक उस दूकान में आया. वो उस दुकान में लगे चित्रों को देख कर असमंजस में पड़ गया क्योंकि उसको वो चित्र बहुत अजीब से लगे.

    उसने पहले चित्र को देख. उस चित्र में चेहरा बालों से ढका हुआ तहत और पैरों में पंख थे. उसने दुसरे चित्र को देखा. उस चित्र में सिर पीछे से गंजा था.

    उस ग्राहक ने दूकान के मालिक से कहा, ये चित्र किसका है?

    दुकानदार ने जवाब दिया, ये अवसर का चित्र है.

    ग्राहक और असमंजस में पड़ गया पर उसने कहा, इसके चेहरे को बालों से क्यों छुपा रखा है?

    दुकानदार में मुस्कुराते हुए कहा, क्योंकि जब भी कोई अवसर मनुष्य के सामने आता है वो उसको पहचान नहीं पाता.

    ग्राहक ने फिर कहा, पर इसके पैरों में पंखों का क्या मतलब है?

    दुकानदार ने फिर से मुस्कुराते हुए कहा, पंख इसलिए हैं क्योंकि यदि इसको पहचान कर इसका उपयोग न हो तो ये तुरंत उड़ जाता है.

    ग्राहक ने फिर दुसरे चित्र को देखते हुए पूछा, और यह दूसरे चित्र मे पीछे से गंजा सिर किसका है?

    दुकानार ने कहा, ये पीछे से गांजा सर भी अवसर का ही है. आप यदि चेहरे के ऊपर के बालों को पकड़ लेंगे तो अवसर आपका हो जाएगा, पर यदि आपने उसको पकड़ने में देर कर दी तो ये भाग जाएगा और आप के हाथ से ये गंजा सर भी फिसल जाएगा.

    ग्राहक ने मुस्कुराते हुए उस दूकानदार से वो दोनों चित्र खरीद लिए और ख़ुशी ख़ुशी इस नए ज्ञान के साथ घर की तरफ चल दिया.

    मित्रों,

    हर व्यक्ति के जीवन में अवसर आते हैं और बुद्धिमान लोग दरवाजे खोल कर उस अवसर को घर में बुला लेते हैं, और मूर्ख लोग दरवाजा बंद कर देते हैं. जो लोग अवसर को पहचान कर उसको स्वीकारने का साहस करते हैं,

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