कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 14)
By Raja Sharma
()
About this ebook
विश्व के प्रत्येक समाज में एक पीढ़ी द्वारा नयी पीढ़ी को कथाएं कहानियां सुनाने की प्रथा कई युगों से चलती चली आ रही है. प्रारंभिक कथाएं बोलकर ही सुनायी जाती थी क्योंकि उस समय लिखाई छपाई का विकास नहीं हुआ था. जैसे जैसे समय बीतता गया और किताबें छपने लगी, बहुत सी पुरानी कथाओं ने नया जीवन प्राप्त किया.
इस पुस्तक में हम आपके लिए 25 प्रेरणा कथाएं लेकर आये हैं. यह इस श्रंखला की चौदहवीं पुस्तक है. हर कथा में एक ना एक सन्देश है और इन कथाओं में युवा पाठकों, विशेषकर बच्चों, के दिमाग में सुन्दर विचार स्थापित करने की क्षमता है. ये पुस्तक आपको निराश नहीं करेगी क्योंकि ये कहानियां दुनिया के विभिन्न देशों और समाजों से ली गयी हैं.
कहानियां बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत की गयी हैं. आप अपने बच्चों को ऐसी कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करके उनपर बहुत उपकार करेंगे. आइये मिलकर कथाओं की इस परम्परा को आगे बढ़ाएं.
बहुत धन्यवाद
राजा शर्मा
Raja Sharma
Raja Sharma is a retired college lecturer.He has taught English Literature to University students for more than two decades.His students are scattered all over the world, and it is noticeable that he is in contact with more than ninety thousand of his students.
Related to कथा सागर
Titles in the series (100)
एक भीगी साँझ Rating: 5 out of 5 stars5/5Inspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part Two) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (3) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsप्रेरणा कथाएं: भाग एक Rating: 3 out of 5 stars3/5पूरब और पश्चिम Rating: 5 out of 5 stars5/5गरीब का नव वर्ष Rating: 1 out of 5 stars1/5आज की दुनिया: काव्य संग्रह Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 6) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 5) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (4) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsलू शुन की महान कथायें Rating: 1 out of 5 stars1/5काव्य सरिता: द्वितीय भाग Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsओस की एक बूँद Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5) Rating: 5 out of 5 stars5/5प्रेरणा कथाएं: भाग दो Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsदेवी दोहावली Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 7) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsInspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part Three) Rating: 5 out of 5 stars5/5Inspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part One) Rating: 1 out of 5 stars1/5कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 4) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 3) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्य सरिता: प्रथम भाग Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsRandom Musings for College Students: Part One Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsजीवन के पहलू (Jeevan Ke Pahlu) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (1) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 13) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsदिल से ग़ज़ल तक Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsऔर गंगा बहती रही Aur Ganga Bahti Rahi Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsRandom Musings for College Students: Part Four Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Related ebooks
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 41) राजा शर्मा Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 6) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 42) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsHari Anant Hari Katha Ananta - (हरी अनन्त हरी कथा अनन्ता) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (4) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsप्रेरणा कथाएं: भाग एक Rating: 3 out of 5 stars3/5कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 12) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsInspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part One) Rating: 1 out of 5 stars1/5बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5) Rating: 5 out of 5 stars5/5कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 5) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 28) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 37) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsANMOL KAHANIYAN Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 8) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 16) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsManavta Ka Surya - Gautam Buddha Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsदशावतार: अवतार कथाएँ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsAshtavakra Gita Rating: 5 out of 5 stars5/5कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 20) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 38) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (3) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsKayakalp Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsAnandmath - (आनन्दमठ) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsलघुकथा मंजूषा 3 Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsYogi Kathaamrt : Ek Yogi Ki Atmakatha Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 17) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 3) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 33) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsKAHAVATO KI KAHANIYA Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 39) Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Reviews for कथा सागर
0 ratings0 reviews
Book preview
कथा सागर - Raja Sharma
राजा शर्मा
www.smashwords.com
Copyright
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 14)
राजा शर्मा
Copyright@2018 राजा शर्मा Raja Sharma
Smashwords Edition
All rights reserved
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 14)
Copyright
दो शब्द
कदम तो चलिए Kadam to Chaliye
रहस्यमय प्रकाश Rahasyamaya Prakash
बेटा तुम्हारा शुक्रिया Beta Tumhara Shukriya
नैतिकता का बगीचा Naitikta Ka Bageecha
झरने का रखवाला Jharney Ka Rakhwaala
चित या पट Chit Ya Pat
सफलता की कहानियां Safalta Ki Kahaniyaan
औरत रोती क्यों है Aurat Roti Kyon Hai
डैडी कचरा उठाते हैं Daddy Kachra Uthatey Hain
बूढ़ी माँ Boodhi Maan
ख़ुशी की तलाश Khushi Ki Talaash
ये संभव है Ye Sambhav Hai
बेटे का चित्र Bete Ka Chitra
है तो मेरी पत्नी ही Hai To Meri Patni Hi
अमेरिकन करोड़पति (सत्य कथा) American Crorepati
अपनी अपनी समझ Apni Apni Samajh
कब क्या हो जाए Kab Kya Ho Jaaye
इतने वर्षों बाद Itne Varshon Baad
अंतिम यात्री Antim Yatree
बचपन की बातें Bachpan Ki Batein
तीन लाल गोलियां Teen Laal Goliyan
अफ़ग़ानिस्तान का लड़का Afghanistan Ka Ladka
दुष्ट शिक्षिका Dusht Shikshika
भगवान् से बातचीत Bhagwaan Se Baatcheet
दो शब्द
विश्व के प्रत्येक समाज में एक पीढ़ी द्वारा नयी पीढ़ी को कथाएं कहानियां सुनाने की प्रथा कई युगों से चलती चली आ रही है. प्रारंभिक कथाएं बोलकर ही सुनायी जाती थी क्योंकि उस समय लिखाई छपाई का विकास नहीं हुआ था. जैसे जैसे समय बीतता गया और किताबें छपने लगी, बहुत सी पुरानी कथाओं ने नया जीवन प्राप्त किया.
इस पुस्तक में हम आपके लिए 25 प्रेरणा कथाएं लेकर आये हैं. यह इस श्रंखला की चौदहवीं पुस्तक है. हर कथा में एक ना एक सन्देश है और इन कथाओं में युवा पाठकों, विशेषकर बच्चों, के दिमाग में सुन्दर विचार स्थापित करने की क्षमता है. ये पुस्तक आपको निराश नहीं करेगी क्योंकि ये कहानियां दुनिया के विभिन्न देशों और समाजों से ली गयी हैं.
कहानियां बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत की गयी हैं. आप अपने बच्चों को ऐसी कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करके उनपर बहुत उपकार करेंगे. आइये मिलकर कथाओं की इस परम्परा को आगे बढ़ाएं.
बहुत धन्यवाद
राजा शर्मा
कदम तो चलिए Kadam to Chaliye
बहुत समय पहले, चार कुष्टरोगी समारिआ शहर के मुख्य द्वार पर बैठा करते थे और भीख मांगा करते थे. सभी लोग उनको देखते थे और उनसे सहानुभूति रखते थे. आने जाने वाले प्रत्येक १०० लोगों में से १० तो उन कुष्टरोगियों के कटोरों में सिक्के डाल ही देते थे.
एक समय ऐसा भी आया जब उनके पडोसी देश की फौजों ने समारिआ शहर को अपने घेरे में ले लिया और सभी रास्ते बंद कर दिए.
समारिआ में चीज़ों का अकाल हो गया और भुखमरी फ़ैल गयी. किसी भी आने जाने वाले के पास उन कुष्टरोगियों को देने के लिए पैसे नहीं थे. बेचारे कुष्टरोगियों के लिए पेट भरना बहुत मुश्किल हो गया.
एक दिन वो चारों कुष्टरोगी आपस में अपनी स्तिथि के बारे में चिंतन करने लगे. एक कुष्टरोगी ने कहा, मृत्यु हमारे बहुत पास है. क्या हम भूख के कारण मर जाएंगे?
दूसरे कुष्टरोगी ने कहा, "मेरे विचार में हमको शत्रुओं के ठिकानो की तरफ जाना चाहिए और भीख मांगनी चाहिए.
वो लोग जब ये देखेंगे के हम तो कुष्टरोगी हैं, वो हमारे ऊपर दया करेंगे और कुछ दे देंगे, और अगर वो हमको मार भी देते हैं तो तलवार से मरना भूख से मरने से तो अच्छा ही होगा.
काफी समय तक बात चीत करने के बाद उन चारों कुष्टरोगियों ने अपने शत्रु, अस्सीरिएंस, के कैम्पों की तरफ जाने का निर्णय लिया.
जब वो चारों कुष्टरोगी शत्रुओं के कैम्पों की तरफ बढ़ रहे थे, भगवान् ने उनके क़दमों की आवाज़ों को घोड़ों और रथों की आवाज़ों में परिवर्तित कर दिया.
अस्सीरिएंस फौजियों ने आवाजें सुनकर सोचा के एक बहुत बड़ी सेना उनकी तरफ बढ़ रही थी. वो सब कुछ पीछे छोड़कर वहां से भाग गए.
उन कुष्टरोगियों को छोड़ कर गए सामान में हीरे, मोती, सोने के सिक्के, और बहुत सी बहुमूल्य वस्तुएं प्राप्त हुई. उनको आभास हो गया के अब वो जीवन भर शान से रह सकते थे. वो सब सामान उठा कर समारिआ ले आये और अपने घरों में रख दिया.
खूब अच्छे से खाने पीने के बाद, उन चारों कुष्टरोगियों ने राजा के महल में जाकर राजा को बता दिया के कैसे उन्होंने समारिआ को शत्रुओं से बचा लिया था.
राजा ने देखा के चार कुष्टरोगियों ने जोखिम उठा कर कदम उठाया था और देश को बचा लिया था. राजा ने उन चारों कुष्टरोगियों के उपचार के लिए शाही वैद्यों की व्यवस्था कर दी.
कुछ महीनो में उन चारों का कुष्ट रोग समाप्त हो गया और वो राजा के सलाहकार बन गए और सुखमय जीवन बिताने लगे.
इतनी दयनीय अवस्था में होते हुए भी उन्होंने साहस का परिचय दिया था और स्वयं को और अपने देश को भी बचा लिया था. भगवान् ने भी उनका साथ दिया था.
मित्रों,
जब जीवन पर आ पड़े और कोई भी रास्ता ना हो, या व्यापार में क्षति हो जाए और कोई भी रास्ता ना हो तो साहसी कदम उठा ही लेने चाहिए, क्योंकि अंत तो होने ही वाला होता है तो क्यों न साहस करके सामना किया जाए और भविष्य को अच्छा बनाया जाए.
अगर करना ही है तो अभी ही कदम उठाइये और आगे बढिये. अभी अगर आप कोई भी काम शुरू करते हैं और साहस दिखाते हैं तो परिणाम अच्छे ही होंगे.
रहस्यमय प्रकाश Rahasyamaya Prakash
बहुत समय पहले एक पहाड़ पर दो भिक्षु एक साथ जुडी हुई अलग अलग गुफाओं में रहते थे. वो दोनों भिक्षु अपना अधिकांश समय समाधि में लीन रहकर बिताते थे. वो अपनी समाधि सिर्फ खाना खाने के लिए और आये हुए लोगों से मिलने के लिए ही तोड़ते थे.
उनको मिलने के लिए आने वाले लोग उन दोनों भिक्षुओं का बहुत सम्मान करते थे और शांति से बैठ कर उनके उपदेश सुनते थे. उन भिक्षुओं के सामने बैठ कर लोगों को