मेरियां इक्की गज़लां (गज़ल संग्रैह्)
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गज़ल ... 1
प्राणें शा बी प्यारा भारत।
भारत साढ़ा न्यारा भारत।।
तरंगा इसदी शान नराली।
गुल गुलशन एह् सारा भारत।।
हिरख प्यार ते अहिंसाबादी।
पर निग्गर शैल करारा भारत।।
हिंदु - मुस्लम - सिख - ईसाई।
सारें गी एह् प्यारा भारत।।
विश्ब शांति दा एह् स्नेहा।
हिरखै दी बगदी धारा भारत।।
हर मज़हबी गी आ'ज़ादी पूरी।
मंदर मस्ज़द चर्च गुरुद्वारा भारत।।
जम्मू-कश्मीर भाएं कन्याकुमारी।
इक जान एह् सारा भारत।।
माहनुं इसदे 'बाली' शैल-शबीले।
देश-प्रेम दा जैकारा भारत।।
गज़ल ... 1
प्राणें शा बी प्यारा भारत।
भारत साढ़ा न्यारा भारत।।
तरंगा इसदी शान नराली।
गुल गुलशन एह् सारा भारत।।
हिरख प्यार ते अहिंसाबादी।
पर निग्गर शैल करारा भारत।।
हिंदु - मुस्लम - सिख - ईसाई।
सारें गी एह् प्यारा भारत।।
विश्ब शांति दा एह् स्नेहा।
हिरखै दी बगदी धारा भारत।।
हर मज़हबी गी आ'ज़ादी पूरी।
मंदर मस्ज़द चर्च गुरुद्वारा भारत।।
जम्मू-कश्मीर भाएं कन्याकुमारी।
इक जान एह् सारा भारत।।
माहनुं इसदे 'बाली' शैल-शबीले।
देश-प्रेम दा जैकारा भारत।।
गज़ल ... 1
प्राणें शा बी प्यारा भारत।
भारत साढ़ा न्यारा भारत।।
तरंगा इसदी शान नराली।
गुल गुलशन एह् सारा भारत।।
हिरख प्यार ते अहिंसाबादी।
पर निग्गर शैल करारा भारत।।
हिंदु - मुस्लम - सिख - ईसाई।
सारें गी एह् प्यारा भारत।।
विश्ब शांति दा एह् स्नेहा।
हिरखै दी बगदी धारा भारत।।
हर मज़हबी गी आ'ज़ादी पूरी।
मंदर मस्ज़द चर्च गुरुद्वारा भारत।।
जम्मू-कश्मीर भाएं कन्याकुमारी।
इक जान एह् सारा भारत।।
माहनुं इसदे 'बाली' शैल-शबीले।
देश-प्रेम दा जैकारा भारत।।
गज़ल ... 1
प्राणें शा बी प्यारा भारत।
भारत साढ़ा न्यारा भारत।।
तरंगा इसदी शान नराली।
गुल गुलशन एह् सारा भारत।।
हिरख प्यार ते अहिंसाबादी।
पर निग्गर शैल करारा भारत।।
हिंदु - मुस्लम - सिख - ईसाई।
सारें गी एह् प्यारा भारत।।
विश्ब शांति दा एह् स्नेहा।
हिरखै दी बगदी धारा भारत।।
हर मज़हबी गी आ'ज़ादी पूरी।
मंदर मस्ज़द चर्च गुरुद्वारा भारत।।
जम्मू-कश्मीर भाएं कन्याकुमारी।
इक जान एह् सारा भारत।।
माहनुं इसदे 'बाली' शैल-शबीले।
देश-प्रेम दा जैकारा भारत।।
गज़ल ... 1
प्राणें शा बी प्यारा भारत।
भारत साढ़ा न्यारा भारत।।
तरंगा इसदी शान नराली।
गुल गुलशन एह् सारा भारत।।
हिरख प्यार ते अहिंसाबादी।
पर निग्गर शैल करारा भारत।।
हिंदु - मुस्लम - सिख - ईसाई।
सारें गी एह् प्यारा भारत।।
विश्ब शांति दा एह् स्नेहा।
हिरखै दी बगदी धारा भारत।।
हर मज़हबी गी आ'ज़ादी पूरी।
मंदर मस्ज़द चर्च गुरुद्वारा भारत।।
जम्मू-कश्मीर भाएं कन्याकुमारी।
इक जान एह् सारा भारत।।
माहनुं इसदे 'बाली' शैल-शबीले।
देश-प्रेम दा जैकारा भारत।।
गज़ल ... 1
प्राणें शा बी प्यारा भारत।
भारत साढ़ा न्यारा भारत।।
तरंगा इसदी शान नराली।
गुल गुलशन एह् सारा भारत।।
हिरख प्यार ते अहिंसाबादी।
पर निग्गर शैल करारा भारत।।
हिंदु - मुस्लम - सिख - ईसाई।
सारें गी एह् प्यारा भारत।।
विश्ब शांति दा एह् स्नेहा।
हिरखै दी बगदी धारा भारत।।
हर मज़हबी गी आ'ज़ादी पूरी।
मंदर मस्ज़द चर्च गुरुद्वारा भारत।।
जम्मू-कश्मीर भाएं कन्याकुमारी।
इक जान एह् सारा भारत।।
माहनुं इसदे 'बाली' शैल-शबीले।
देश-प्रेम दा जैकारा भारत।।
वर्जिन साहित्यपीठ
सम्पादक के पद पर कार्यरत
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