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स्कूल का दादा (मनोरंजक व शिक्षाप्रद बालकथाएँ)
स्कूल का दादा (मनोरंजक व शिक्षाप्रद बालकथाएँ)
स्कूल का दादा (मनोरंजक व शिक्षाप्रद बालकथाएँ)
Ebook47 pages19 minutes

स्कूल का दादा (मनोरंजक व शिक्षाप्रद बालकथाएँ)

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About this ebook

इसी पुस्तक से....

“नहीं पिताजी, आज से मेरा जन्मदिन केक से नहीं; बल्कि इन नन्हें पौधों के रोपने से मनेगा।”
“बच्चों! मुझे व इस देश को तुम पर गर्व है। निश्चय ही अपने विद्यालय की भांति ही देश के वातावरण को भी हरा-भरा बनाने में सफल होगे।”
“कभी-कभी प्रार्थना के बाद भारत माता की जय की आवाज सुनकर वह भी अपना हाथ ऊपर कर देता। पर उसकी आवाज सुनायी नहीं पड़ती। वह बोल नहीं पाता था; लेकिन उसकी आंखों में पढ़ने और बच्चों के साथ खेलने की इच्छा अवश्य थी।”

इसी पुस्तक से....

“नहीं पिताजी, आज से मेरा जन्मदिन केक से नहीं; बल्कि इन नन्हें पौधों के रोपने से मनेगा।”
“बच्चों! मुझे व इस देश को तुम पर गर्व है। निश्चय ही अपने विद्यालय की भांति ही देश के वातावरण को भी हरा-भरा बनाने में सफल होगे।”
“कभी-कभी प्रार्थना के बाद भारत माता की जय की आवाज सुनकर वह भी अपना हाथ ऊपर कर देता। पर उसकी आवाज सुनायी नहीं पड़ती। वह बोल नहीं पाता था; लेकिन उसकी आंखों में पढ़ने और बच्चों के साथ खेलने की इच्छा अवश्य थी।”

Languageहिन्दी
Release dateMay 24, 2018
ISBN9780463078785
स्कूल का दादा (मनोरंजक व शिक्षाप्रद बालकथाएँ)
Author

वर्जिन साहित्यपीठ

सम्पादक के पद पर कार्यरत

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    स्कूल का दादा (मनोरंजक व शिक्षाप्रद बालकथाएँ) - वर्जिन साहित्यपीठ

    लेखक/संपादक मित्रों के लिए सुनहरा अवसर!!!

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    ईबुक गूगल बुक, गूगल प्ले स्टोर और अमेज़न में प्रकाशित की जाएगी। पाण्डुलिपि भेजने से पूर्व निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर ध्यान दें:

    महत्वपूर्ण एवं ध्यान देने योग्य बिंदु:

    1. पाण्डुलिपि वर्ड फाइल में भेजें

    2. फॉण्ट यूनिकोड/मंगल होना चाहिए

    3. पाण्डुलिपि के साथ फोटो और संक्षिप्त परिचय भी अवश्य भेजें

    4. भेजने से पूर्व अशुद्धि अवश्य जाँच लें

    5. ईमेल में इसकी उद्घोषणा करें कि उनकी रचना मौलिक है और किसी भी तरह के कॉपीराइट विवाद के लिए वे जिम्मेवार होंगे।

    रॉयल्टी: रॉयल्टी 70% प्रदान की जाएगी (नोट: पुस्तक की पहली 10 प्रति की बिक्री का लाभ प्रकाशक का होगा। 11वीं प्रति की बिक्री से लेखक और संपादक को रॉयल्टी मिलनी शुरू होगी। बाकि रॉयल्टी का प्रतिशत वही रहेगा अर्थात 70% लेखक का और 30% प्रकाशक का।

    अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें: ललित नारायण मिश्र (वर्जिन साहित्यपीठ) 9868429241

    प्रकाशक

    वर्जिन साहित्यपीठ

    78ए, अजय पार्क, गली नंबर 7, नया बाजार,

    नजफगढ़, नयी दिल्ली 110043

    सर्वाधिकार सुरक्षित

    प्रथम संस्करण - मई 2018

    ISBN

    कॉपीराइट © 2018

    वर्जिन साहित्यपीठ

    कॉपीराइट

    इस प्रकाशन में दी गई सामग्री कॉपीराइट के अधीन है। इस प्रकाशन के किसी भी भाग का, किसी भी रूप में,

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