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अन्तर्द्वन्द्व
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Ebook57 pages18 minutes

अन्तर्द्वन्द्व

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About this ebook

साहित्य समाज को आईना दिखाता है और आईना कभी झूठ नहीं बोलता है।
समाज की संरचना हमने और आपने ही की है, आदरणीय विजय तन्हा जी की रचनाएं पढ़ी और विवश हो गया सोचने को।
वर्तमान परिप्रेक्ष्य एवं विसंगतियों का मार्मिक शब्द चित्र है विजय तन्हा का काव्य संग्रह "अन्तर्द्वन्द्व" जिसमें "अहसास", "पेट की आग", "अपनापन", "एक सच" आदि रचनाओं में हृदय को स्पर्श कर झकझोर देने की क्षमता है।
"पैगाम" शीर्षक की रचना वास्तविकता में राजनीति पर एक करारा व्यंग्य है।
साहित्य समाज को आईना दिखाता है और आईना कभी झूठ नहीं बोलता है।
समाज की संरचना हमने और आपने ही की है, आदरणीय विजय तन्हा जी की रचनाएं पढ़ी और विवश हो गया सोचने को।
वर्तमान परिप्रेक्ष्य एवं विसंगतियों का मार्मिक शब्द चित्र है विजय तन्हा का काव्य संग्रह "अन्तर्द्वन्द्व" जिसमें "अहसास", "पेट की आग", "अपनापन", "एक सच" आदि रचनाओं में हृदय को स्पर्श कर झकझोर देने की क्षमता है।
"पैगाम" शीर्षक की रचना वास्तविकता में राजनीति पर एक करारा व्यंग्य है।

Languageहिन्दी
Release dateJun 13, 2018
ISBN9780463816202
अन्तर्द्वन्द्व
Author

वर्जिन साहित्यपीठ

सम्पादक के पद पर कार्यरत

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    अन्तर्द्वन्द्व - वर्जिन साहित्यपीठ

    वर्जिन साहित्यपीठ

    पुस्तक प्रकाशन योजना

    ईबुक: निःशुल्क (ISBN के साथ)

    प्लेटफॉर्म: अमेज़न, गूगल बुक्स, गूगल प्ले स्टोर

    रॉयल्टी: 70% (गूगल और अमेज़न से मिली राशि का 70%)। नोट: पहली दस कॉपी की बिक्री की राशि प्रकाशक की होगी। ग्यारहवीं कॉपी की बिक्री से रॉयल्टी प्रारम्भ होगी।

    पेपरबैक: दो विकल्प उपलब्ध (ISBN के साथ)

    1. प्रिंट ऑन डिमांड: 10 रुपये प्रति पेज फॉर्मेटिंग + 350 रुपये कवर। अर्थात 100 पेज की पुस्तक को ऑनलाइन करने की कुल लागत होगी - 100 X 7 = 700 + 350 = 1050

    प्लेटफार्म: पोथी डॉट कॉम। यदि अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर भी चाहते हैं तो 1500 रुपये और देने होंगे।

    लेखक कॉपी: लागू नहीं

    रॉयल्टी: 50% (पोथी डॉट कॉम से मिली राशि का 50%)

    रॉयल्टी वितरण: PAYTM अथवा बैंक ट्रांसफर।

    पाण्डुलिपि भेजने से पूर्व ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बिंदू:

    @ पाण्डुलिपि वर्ड फाइल में भेजें

    @ फॉण्ट यूनिकोड/मंगल होना चाहिए

    @ पाण्डुलिपि के साथ फोटो और संक्षिप्त परिचय भी अवश्य भेजें

    @ भेजने से पूर्व अशुद्धि अवश्य जाँच लें

    @ ईमेल में इसकी उद्घोषणा करें कि उनकी रचना मौलिक है और किसी भी तरह के कॉपीराइट विवाद के लिए वे जिम्मेवार होंगे

    2. प्रिंट: 160 पेज की पुस्तक की लागत राशि - 6500

    लेखक कॉपी: 40

    पाण्डुलिपि भेजने से पूर्व ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बिंदू:

    @ पाण्डुलिपि वर्ड फाइल में भेजें

    @ फॉण्ट कृतिदेव

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