खुन्नस
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चीन की एक प्रसिद्ध लोककथा जिसे चीन में कई शताब्दियों से लोग एक-दूसरे को सुनाते चले आये हैं...अब यह लोक कथा हिंदी में आपके सामने पेश है...
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Book preview
खुन्नस - Alok Srivastava
खुन्नस (चीन की लोककथा)
आलोक श्रीवास्तव
आदित्य श्रीवास्तव
आशा श्रीवास्तव
© Alok Srivastava, 2018
© Aditya Srivastava, 2018
© Asha Srivastava, 2018
प्रथम संस्करण: 2018
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खुन्नस
बहुत समय पहले की बात है। लुआनचुआन सियन (栾川县)1 में वांग नाम की एक विधवा अपने एकलौते लड़के मिंग-ली के साथ रहा करती थी। वे दोनों बहुत ही गरीबी में दिन गुजारा करते थे। एक दिन मिंग-ली जैसे ही सुबह सवेरे काम की तलाश में घर से बाहर निकला तो उसकी विधवा माँ ने उससे कहा ‘हम कल क्या खायेंगे, इस बात का मुझे जरा भी अंदाजा नहीं है!’
ईश्वर ने मुंह दिया है तो पेट भी भरेगा। मुझे कहीं न कहीं से कुछ पैसे मिल ही जायेंगे,
खुश होने की कोशिश करते हुए, लड़के ने जवाब दिया, हालांकि दिल ही दिल में वह आशंकित था कि वह किस दिशा में जाएगा।
सर्दियां हमेशा से ही मुश्किल होती आयी हैं: भारी बर्फबारी और बहुत ही तेज सर्द हवाएं सर्दियों के लिए आम बात है। वांग के घर ने सर्दियों को बुरी तरह से सहा था। घर की छत अंदर की ओर धंस गयी थी, भारी मात्रा में गिरने वाली बर्फ ने इसे झुका दिया था। इसके बाद आये एक तूफान ने एक दीवार को बाहर ढहा दिया था; पूरी रात कड़ाके की