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-33004/99
vlk/kj.k
EXTRAORDINARY
Hkkx II—[k.M 3—mi&[k.M (ii)
PART II—Section 3—Sub-section (ii)
izkf/dkj ls izdkf'kr
PUBLISHED BY AUTHORITY
la- 1038] ubZ fnYyh] lkseokj] ebZ 2] 2016@oS'kk[k 12] 1938
No. 1038] NEW DELHI, MONDAY, MAY 2, 2016/ VAISAKHA 12, 1938
का.आ. 1595(अ).
1595(अ).—
(अ).—भारत सरकार के तकालीन पयावरण और वन मंालय क अिधसूचना का.आ. 1533(अ),
तारीख 14 िसतंबर, 2016 का और संशोधन करने के िलए िन(निलिखत अिधसूचना का ा*प, िजसे क, -ीय सरकार पयावरण
(संर/ण) अिधिनयम, 1986 (1986 का 29) क धारा 3 क उपधारा (2) के खंड ( ) के साथ प7ठत उपधारा ( ) 9ारा
v 1
दत शि;तय< का योग करते >ए जारी ?कए जाने का @ताव करती है, पयावरण (संर/ण) िनयम, 1986 के िनयम 5 के
उपिनयम (3) क अपे/ानुसार जनसाधारण क जानकारी के िलए, िजनके उससे भािवत होने क संभावना है, कािशत
?कया जाता है और यह सूचना दी जाती है ?क उ;त ाDप अिधसूचना पर, उस तारीख से, िजसको उE अिधसूचना अंतFवG
करने वाली भारत के राजप क ितयां जनता को उपलHध करा दी जाती हI, साठ ?दन क अविध क समािJत पर या उसके
इिWदरा पयावरण भवन, जोर बाग रोड, अलीगंज, नई ?दXली 110003 को अYेिषत कर सकता है या उसे ई
- -मेल पते :
ाप अिधसूचना
के W-ी उतरदायी कारबार करने क सुगमता सुिनिKचत करने के िलए काय कर रही है
य सरकार, ; और भवन तथा
संिनमाण से;ट जो आवास क Tयव@था करने के िलए महवपूण है के िलए अनु[ा\ को सरल बना रही है तथा इस योजन
र, ,
के िलए शहरी /े म, कमजोर वग को स@ता आवास उपलHध कराने के ल]य के साथ वष तक सभी के िलए आवास क
2022
और इमारत, अिधकतर संिनमाण सामYी िव^ुत जल क महवपूण उपभो;ता होती हI तथा भारी माा म,
, मल जल और ठोस
अपिशNट का उपादन करते हI िजनका प7रयोजना के जीवन पर महवपूण काबन फु ट `ट होता है ;
और वतमान पयावरणीय Tयव@था के अंतगत िनFमत /े का के वल बीस हजार वग मीटर से अिधक क इमारत, और उनका
संिनमाण आता है जब ?क संिनFमत क गa अिधकांश इमारत, छोटे आकार क होती हI और पयावरणीय िवषय< बात< तथा ,
छोटे आकार क इमारत< के संिनमाण तथा सं?cया और छोटे आकार के संिनमाण से;टर प7रयोजना\ म, भी सवdत म
अत:, अब, के W-ीय सरकार पयावरण (संर/ण) िनयम ) के खंड (घ) के साथ प7ठत उ;त
, 1986 के िनयम 5 के उप िनयम(3
पयावरण (संर/ण) अिधिनयम 1986 (1986 का 29) क धारा 3 क उप धारा (1) और उप धारा (2) के खंड 9ारा
, (v)
दत शि;तय< का योग करते >ए उ;त अिधसूचना म, िन(निलिखत और संशोधन करती है जो राजप म, उसके अंितम
काशन क तारीख को वृत ह<गे अथात:्
, -
उ;त अिधसूचना म, ,-
“14. सरकार ने @थानीय ािधकारी 9ारा िनमाण अनुमित (अ@पताल< के िसवाय) दान ?कए जाने के साथ ही पयावरणीय
शतh को समाकिलत करने का िविनKचय ?कया है । आकार के अनुसार इमारत, और संिनमाण प7रिशNट म, ?दए गए XIII
अनुसार िविहत ल]य िनगरानी योjय पयावरणीय शतh का अनुसरण कर,गे । ऐसे राlय
, ने भवन उपिविधय< म, इन
जो अप
ल]य< तथा िनगरानी योjय पयावरणीय शतh और सुसंगत िविधय< को अपना रहे हI तथा भवन संिनमाण के िलए ?दए गए
अनुमोदन< म, इन शतh को समािवNट कर रहे हI िजससे इसे िविधक Dप से वतनीय बनाया जा सके TयिNटक इमारत< के िल
, ए
पृथक् पयावरणीय अनापित क अपे/ा नहm होगी । राlय पयावरण वन और जलवायु प7रवतन मंालय को अपनी उप
िविधय< तथा िनयम< म, ऐसे @तािवत प7रवतन भेज,गे जो ाDप क समी/ा करेगा और सहमित देगा । मंालय 9ारा
सहमित ?दए गए उप िविधय< और िनयम< को राlय 9ारा अंितम Dप से अिधसूिचत ?कए जाने के उपरांत मंालय TयिNट क
िविनKचय के माnयम से इस अिधसूचना के अधीन आदेश जारी करे गा ?क उन राlय< या @थानीय ािधकारी /े< , िजनके िलए
ऐसे िनयम अिधसूिचत ?कए गए हI या िविधयां अिधिनयिमत क गई हI म, अवि@थत इमारत< के िलए कोई पृथक् पयावरणीय
,
अनापित अपेि/त नहm है । िवकास ािधकरण< नगर िनगम< राlय दूषण िनयंण बोडh जैसे @थानीय ािधकारी (के वल
, ,
दो सौ वग मीटर से अिधक क इमारत< के िलए) ऐसी इमारत< के िलए िनयत अपे/ा\ के अनुसार यथा लागू ?कए गए
समापन माण प और चालन के िलए सहमित के जारी ?कए जाने से पूव इन पयावरणीय शतh का अनुपालन मािणत
कर, गे । ऐसे राlय िजनम, ऐसा िवधान या िनयम नहm बनाए गए हI इस अिधसूचना म, अिधकिथत उपबंध< के अनुसार TयिNट क
प7रयोजना\ के मूXयांकन क Tयव@था तथा इमारत< और संिनमाण< के िलए पयावरणीय अनापित क मंजूरी का पालन
करते रह,गे । ” ।
(II) उ;त अिधसूचना क अनुसचू ी म, , मद 8 और उससे संबिं धत िविNटय< के @थान पर िन(निलिखत मद और िविNट यां रखी
जाएंगी, अथात:् -
प7रिशNट
-XIII
5(क) डीजी सेट का िनBकासक पाइप य*द सं2थािपत *कया जाए, इमारत से कम से कम 10 मीटर क:
हरत े 6 भूिम के "^येक 80 वग मीटर के कम से कम एक वृ का पौधा रोपण *कया जाएगा और उसका
रखरखाव *कया जाएगा । िव5मान वृ% क: इस "योजन के िलए गणना क: जाएगी । देशी
"जाितय% का पौधा रोपण करने को अिधमान *दया जाना चािहए ।
4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)]
6(क) जहां वृ% को काटे जाने क: आव8यकता है वहां 1:3 (अथात् "^येक एक वृ िजसे काटा गया है
के 2थान पर तीन वृ लगाना) करना के अनुपात म. "ितकरा^मक पौधा रोपण और उसका
रखरखाव ।
5(क) डीजी सेट का िनBकासक पाइप य*द सं2थािपत *कया जाए तो इमारत से कम से कम 10 मीटर
क: दूरी पर होना चािहए या य*द यह 10 मीटर से कम क: दूरी पर है तो िनBकाषक पाइप
इमारत के ऊपर से 3 मीटर तक िलया जाएगा ।
हरत े 6 भूिम के "^येक 80 वग मीटर के िलए कम से कम एक वृ का पौधा रोपण *कया जाएगा और
उसका रखरखाव *कया जाएगा । िव5मान वृ% क: इस "योजन के िलए गणना क: जाएगी ।
देशी "जाितय% के पौधा रोपण को अिधमान *दया जाना चािहए ।
6(क) जहां वृ% को काटे जाने क: आव8यकता है वहां 1:3(अथात् "^येक एक वृ िजसे काटा गया है,
के 2थान पर तीन वृ लगाना) के अनुपात म. "ितकरा^मक पौधारोपण के साथ उसके रखरखाव
को बनाए रखने क: बाIयता ।
¹Hkkx IIµ[k.M 3(ii)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 5
2(ड.) भूरे और काले जल का पृथHकरण दोहरी नलसाजी "णाली का "योग करके *कया जाना
चािहए ।
ठोस अपिशBट "बंधन 3 अपिशBट के पृथHकरण को सुकर बनाने के िलए भू-सतह पर पृथक् आP और सूखी धािनय% के
Uयव2था क: जानी चािहए ।
3(क) सभी अजैिवक अपिशBट "ािधकृ त पुन:च4क% को सcपा जाएगा िजसके िलए एक िलिखत करार
"ािधकृ त पुन: च4क% के साथ *कया जाना चािहए ।
3(ख) जैिवक अपिशBट कdपो2टर/ कृ िम खेती खe िजसक: Eयूनतम मता 0.3 *कलो`ाम/ चाल क:
कोठरी/*दन हो, सं2थािपत *कया जाना चािहए िजसम. टीपी गाद का "योग खाद म. बदलने के
िलए *कया जा सके गा िजसका 2थल पर "योग *कया जा सकता है या "ािधकृ त पुन: च4क% को
सcपा जा सकता है िजसके िलए "ािधकृ त पुन:च4क% के साथ िलिखत करार *कया जाना
चािहए ।
ऊजा 4 सभी सामाEय े "काश Uयव2था म. एलईडी/सौर लाइट% क: Uयव2था क: जानी चािहए ।
4(क) नवीकरणीय ऊजा gोत जैसे फोटोवोOटायक सेल या पवन चHक: या हाइिhड से उ^पा*दत
संसक्त अनु"युHत भार का कम से कम एक "ितशत उपलiध कराया जाए ।
4(ख) नवीन और नवीकरणीय ऊजा मंालय के उपबंध% के अनुसार Eयूनतम सौ लीटर क: Eयूनतम
मता का सौर जल ऊBमक/ चार UयिHत ("ित UयिHत 25 लीटर) सं2थािपत *कया जाए ।
4(ग) jलाई एश kट% का उपयोग । jलाई ऐश का "योग िसतंबर, 1999 क: jलाई ऐश अिधसूचना
तथा समय समय पर यथा संशोिधत अिधसूचना के उपबंध% के अनुसार संिनमाण म. भवन
िनमाण साम`ी के nप म. *कया जाना
4(घ) वा2तुिवद् अिभकOप अिभगम% का "योग करके इमारत% का िनिB4य सौर अिभकOप क: धारणा
का उपयोग जो पारंपरक ऊजा द युिHतय% जैसे यांिक: और िव5ुत पंप, पंखे, लाइट
*फHसर% और अEय उप2कर िजनम. िनिB4य अिभकOप त^व जैसे िनमाण अिभिवEयास और
2थलाकृित, द भवन िनमाण आवरण, समुिचत िखड़*कय% क: Uयवस्था, वधत *दन म. "काश
अिभकOप और तापीय परमाण को समाकिलत करके इमारत% म. ऊजा खपत को Eयूनीकृत
करता है, ।
6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)]
4(ड.) इमारत% म. ऊजा "णािलय% का ईBटतम उपयोग िजसे भारत सरकार ऊजा दता iयूरो के ऊजा
संरण भवन िनमाण संिहता(ईसीबीसी), 2007 म. िसफारश *कए गए अनुसार आoापक
अनुपालन उपाय% (सभी लागू भवन िनमाण के िलए) का पालन करके भवन िनमाण क:
काया^मक अपेा1 के अनुकूल िविनpदBट आंतरक पयावरण ।
वायु गुणव^ता और 5 धूल,धू_ और मलबा िनवारण उपाय जैसे पिहय% क: धुलाई, 24:न%, बैरीके Mडग और मलबा
Iविन "णाल, संिनमाण िजसके अंतगत 2थल पर रेत और साम`ी लाने वाले aक% के 3लाि2टक /
ितरपाल के शीट कवर भी हT, के दौरान 2थल पर सं2थािपत *कए जाएंगे ।
5(क) डीजी सेट का िनBकासक पाइप य*द सं2थािपत *कया जाए, इमारत से कम से कम 10 मीटर क:
दूरी पर होना चािहए और य*द यह 10 मीटर से कम क: दूरी पर है तो िनBकाषक इमारत के
ऊपर से 3 मीटर तक िलया जाएगा।
हरत े 6 भूिम के "^येक 80 वग मीटर के िलए कम से कम एक वृ का पौधा रोपण *कया जाएगा और
उसका रखरखाव *कया जाएगा । िव5मान वृ% क: इस "योजन के िलए गणना क: जाएगी ।
देशी "जाितय% के पौधा रोपण को अिधमान *दया जाना चािहए ।
6(क) जहां वृ% को काटे जाने क: जnरत है वहां 1:3 (अथात् "^येक एक वृ िजसे काटा गया है के
2थान पर तीन वृ लगाना) के अनुपात म. "ितकरा^मक पौधा रोपण के साथ उसके रखरखाव
बनाए रखने क: बाIयता ।
मल वहन उपचार 7 सौ "ितशत अपिशBट जल के उपचार करने क: मता का मल वहन उपचार संयं सं2थािपत
संयं *कया जाए । बागवानी और "ालन के िलए उपचारत जल को पुन:च*4त *कया जाए ।
पयावरण "बंध संयं 8 मल वहन उपचार संयं "बंध, 2थलाकृित, वषा जल संचयन, पयावरण योजना अवसंरचना के
िलए पावर बैक अप, पयावरण मानीटरी, ठोस अपिशBट "बंध तथा सौर और ऊजा संरण जैसे
And whereas, the buildings are important consumers of host of construction materials, electricity,
water, and generates large quantity of sewage and solid waste, having significant carbon footprint over life of
the project;
And whereas, the current environmental regime covers buildings and constructions of only above
20,000 square meter of built up area, whereas majority of the buildings being constructed are of smaller size
and it is important to integrate environmental concerns, considerations and best practices into the construction
and operation of building and construction sector projects of smaller sizes as well;
Now, therefore, in exercise of powers conferred by sub-section (1) and clause (v) of sub-section (2) of
section 3 of the said Environment (Protection) Act, 1986 (29 of 1986), read with clause (d) of sub-rule (3) of
rule 5 of the Environment (Protection) Rules, 1986, the Central Government hereby makes the following
further amendments in the said notification which shall come into force on the date of its final publication in
the Official Gazette, namely:-
In the said Notification,-
(I) after paragraph 13, the following paragraph shall be inserted, namely:-
“14. The Government has decided to integrate the environmental conditions with the building
permission (except for hospitals) being granted by the local authorities, the buildings and
constructions as per the size shall follow the prescribed objective, monitorable environmental
conditions as given at Appendix-XIII. The States adopting these objective and monitorable
environmental conditions in their building bye-laws and relevant laws and incorporating these
conditions in the approvals given for building construction making it legally enforceable shall
not require a separate environmental clearance for individual buildings. The States shall send
such proposed changes in their bye-laws and rules to the Ministry of Environment, Forest and
Climate Change, who will examine the draft and convey the concurrence. After the State
finally notifies the bye-laws and rules concurred by the Ministry, the Ministry shall issue an
order under this notification through individual decision that no separate environmental
clearance is required for buildings located in those States or local authority areas for which
such rules have been notified or laws enacted. The local authorities like development
authorities, Municipal Corporations, State Pollution Control Boards (for buildings only above
20000 sq. mtrs) will certify the compliance of these environmental conditions prior to
issuance of Completion Certificate and Consent to Operate, as applicable as per the
requirements stipulated for such buildings. The States where such legislation or rules are not
made will continue to follow the arrangement of appraisal of individual projects and grant of
Environmental Clearance for buildings and constructions as per the provisions laid down in
this notification.”.
(II) In the said notification, in the Schedule, for item 8 and for the entries relating thereto, the
following item and entries shall be substituted, namely:-
(1) (2) (3) (4) (5)
“8 Building / Construction projects / Area Development projects and Townships
8 (a) Building/ and > 20,000 sq. mtrs The term “built up area” for the purpose of
Construction and < 1,50,000 this notification, the built up or covered area
projects sq. mtrs of built on all floors put together including its
up area basement and other service areas, which are
proposed in the buildings and construction
projects.
Note 1.- The projects or activities shall not
include industrial shed, universities, college,
hostel for educational institutions, Information
Technology Parks, and Godowns (without any
manufacturing and processing facility) , but
such buildings shall ensure sustainable
environmental management and implement
environmental conditions given at Appendix-
8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)]
XIII.
Note 2.-General Condition Shall not apply.
8 (b) Townships and ≥ 3,00,000 sq. ≥1,50,000 sq. Note.- General Condition Shall not apply
Area Development mtrs of built up mtrs and <
projects area or 3,00,000 sq. mtrs
built up area or
Covering an area
≥ 150 ha covering an area
> 50 ha and <
150 ha
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